If you cannot view this page, please click here  
 
 
न्यूज़लैटर
जनवरी, 2018
 
 
क्या आप अभी भी स्वयं की सुंदरता को निश्चित करने के लिए दर्पण में देखते हैं?
इस मुहावरे से हम सब अवगत हैं - “खूबसूरती देखने वाले की आंखों में होती है”, जिसका अर्थ है, जिसको मैं सुंदर मानता हूं, जरूरी नहीं कि उसे आप भी सुंदर मानें; सौंदर्य को लेकर हमारे दृष्टिकोण वैयक्तिक हैं। सौंदर्य का मापदंड क्या है? क्या बाहरी ख़ूबसूरती केवल बाहरी खाल/मांस-मज्जा तक सीमित है, या फिर वह भीतरी का प्रतिबिम्ब है, और ध्यान किस तरह हमारी इस भीतरी सौंदर्य की समझ में सहयोग देता है?
“बाहरी सौंदर्य भीतर की तुलना में किसी और स्त्रोत से आता है। बाहरी सौंदर्य तुम्हारे माता-पिता से आता है: उनके शरीरों से तुम्हारे शरीरों का निर्माण होता है। लेकिन भीतरी सौंदर्य तुम्हारे स्वयं की चेतना के विकास से आता है जिसे तुम कई जन्मों से लिए हुए हो।
“तुम्हारी निजता में दोनों ही जुड़े हुए हैं, तुम्हारे माता-पिता से मिली हुई शारीरिक विरासत के रूप में या फिर तुम्हारे स्वयं के पिछले जन्मों से, उसकी चेतना से, उसके आनंद और हर्ष से मिली आध्यात्मिक विरासत के रूप में।”
ओशो, सत चित आनंद #27
 
     
     
 
एक ओंकार सतनाम
"नानक ने परमात्मा को गा-गाकर पाया। गीतों से पटा है मार्ग नानक का। इसलिए नानक की खोज बड़ी भिन्न है। नानक ने योग नहीं किया, तप नहीं किया, ध्यान नहीं किया। नानक ने सिर्फ गाया। और गाकर ही पा लिया। लेकिन गाया उन्होंने इतने पूरे प्राण से कि गीत ही ध्यान हो गया, गीत ही योग बन गया, गीत ही तप हो गया।" —ओशो
 
Book
 
     
 
माह का ध्यान
 
“ध्वनि के केंद्र में स्नान करो, मानो किसी जलप्रपात की अखंड ध्वनि में स्नान कर रहे हो। या कानों में अंगुली डाल कर नादों के नाद, अनाहत को सुनो।“
इस विधि का प्रयोग कई ढंग से किया जा सकता है। एक ढंग यह है कि कहीं भी बैठ कर इसे शुरू कर दो। ध्वनियां तो सदा मौजूद हैं। चाहे बाजार हो या हिमालय की गुफा, ध्वनियां सब जगह हैं। चुप होकर बैठ जाओ…" ओशो
 
     
 
माह का आलेख
 
What Is the Criterion of Beauty?
Studies have shown that beautiful people, those seen as being attractive, are more successful, so can beauty also be empirical? What is the criterion of beauty, and is the appearance of outer beauty always just a reflection of the inner?
 
     
     
 
2017 की विदाई
इस सप्ताह मैडिटेशन रिसोर्ट में हमने नए साल का स्वागत ‘वन वर्ल्ड, वन सेलिब्रेशन थीम’ और मैडिटेशन के साथ किया, और पूरा वातावरण पहले से भी ज्यादा जगमगा उठा। नए साल के दिन उत्सव हमारे पारंपरिक और हमेशा की तरह स्वादिष्ट ब्रंच के साथ जारी रहा, और उसका साथ देने के लिए थी बहुत सी सृजनात्मक प्रस्तुतियां और संगीत।
 
 
     
     
 
 
     
     
   
     
 
 
 
     
     
 
लोकप्रिय लिंक्स
ज़ेन टैरो / कुंडली
मेडिटेशन / लाइब्रेरी
मेडिटेशन रिज़ार्ट
मल्टीवर्सिटी
सूचना पत्र संग्रह
ओशो के बारे में सब कुछ
संपर्क करें
 
FAQ about Living In
FAQ about Visiting
FAQ about Meditation
FAQ about OSHO Multiversity
FAQ Festival
सदस्यता / सदस्यता रद्द
शॉप
CONNECT
Facebook Twitter
Pinterest Google Plus
Instagram You Tube
Android itunes
© 2018 OSHO International
Copyright & Trademark Information
 
     
 
 
 
जनवरी, 2018 Newsletter
OSHO International
Waterfront Business Centre, No 5, Lapps Key, Cork, Ireland
आप एक दोस्त के लिए यह ईमेल भेजना चाहेंगे?